विटामिन बी12 की कमी को कैसे ठीक करें?
विटामिन बी12 क्या है?
विटामिन बी12, जिसे कोबालामिन के नाम से भी जाना जाता है, एक बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन है जो मनुष्यों में मस्तिष्क और रक्त कोशिकाओं के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
विटामिन बी12 की कमी क्यों होती है?
1. अपर्याप्त आहार - ज़्यादातर शाकाहारियों में देखा जाता है, क्योंकि B12 मुख्य रूप से मांस में पाया जाता है।2. पाचन तंत्र में दोष - जैसे:o (पेट की मांसपेशियों का कमज़ोर होना)o (B12 अवशोषण में बाधा)o (दाहिनी आंत का एक हिस्सा)
3. आयु - जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, शरीर में B12 की मात्रा कम होती जाती है।
4. दवाएँ लेने वाले लोगों में - जैसे:
o मेटफॉर्मिन (मधुमेह की दवाएँ लेने वाले रोगियों के लिए)
o एसिड-ब्लॉकिंग दवाएँ (उन लोगों के लिए जिन्हें उच्च अम्लता है और वे दवाएँ ले रहे हैं)
5. जो लोग बड़ी मात्रा में शराब पीते हैं, उनमें B12 की कमी हो सकती है।
विटामिन बी12 की कमी के लक्षण
• थकान महसूस होना
• भूख न लगना
• त्वचा का पीला पड़ना
• हाथ/पैरों में सुन्नपन
• चलने-फिरने में दिक्कत
• याददाश्त कमजोर होना, ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत
• जीभ पर लालिमा या दर्द
• गुस्सा बढ़ना डिप्रेशन
क्या इसकी जांच हो सकती है?
• रक्त परीक्षण (सीरम विटामिन बी12 परीक्षण) – सामान्य सीमा: 200–900 पीजी/एमएल।
• यदि बी12 का स्तर < 200 पीजी/एमएल है, तो कमी मानी जाती है।
• अन्य परीक्षण: मिथाइलमेलोनिक एसिड (एमएमए), होमोसिस्टीन, पूर्ण रक्त गणना (सीबीसी)
इसका इलाज क्या है?
1. डाइटिंग (डाइट
थेरेपी) के ज़रिए
• जिसमें दूध, दही, पनीर जैसी चीज़ें खाने की सलाह दी जाती है
• नॉन-वेज जिसमें अंडे, मछली, चिकन शामिल हैं
• फोर्टिफाइड अनाज (कॉर्नफ्लेक्स, ओट्स)
• यीस्ट (शाकाहारियों के लिए)
• इन सभी का इस्तेमाल डॉक्टर से सलाह लेने के बाद सही मात्रा में करना चाहिए।
2. पूरक: (जो मनुष्यों द्वारा बाहरी रूप से लिए जाते हैं)
• मौखिक दवा (टैबलेट/कैप्सूल – 500–1000 mcg)
• (जीभ के नीचे घुला हुआ)
• B12 इंजेक्शन (आमतौर पर साइनोकोबालामिन या मिथाइलकोबालामिन)
o यह इंजेक्शन शुरू में सप्ताह में एक बार दिया जाता है
o फिर हर महीने एक इंजेक्शन दिया जाता है।
📌 अगर आपको विटामिन बी12 की गंभीर कमी है और लक्षण गंभीर हैं, तो यह इंजेक्शन अधिक प्रभावी है।
इस इंजेक्शन की खुराक डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेनी चाहिए।
क्या एगेव-बी12 की कमी से बचा जा सकता
• अगर आप शाकाहारी हैं, तो हरी सब्जियाँ और दालें खाएँ।
• हर 1 साल में अपनी B12 रिपोर्ट जाँचें - खास तौर पर 35 की उम्र के बाद।
• अगर आप मधुमेह या एसिडिटी की दवा ले रहे हैं, तो ज़्यादा सावधान रहें।
• पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखें।
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